तुम पहले से ज्यादा निखरने लगी हो इस राज की बात को और ज्यादा गहराई में रखने लगी हो हकीकत क्या है मैं गोते लगाता रहा मौसम की तरह बदलने लगी हो
जो कहती थी पहले तुम्हें हद से ज्यादा प्यार करती हूं वह आजकल सताने लगी है दिल पर दर्द सहकर मुस्कुराने की कोशिश करता हूं